बीत गई सो बात गई
जो बीत गई सो बात गई
दिन गुजरा और रात गई
फिर सुबह नई एक आई है
गुजरे कल में मिले जो दुख
भूल जाओ ना उनको याद करो।
जो बीत गई सो बात गई
उस पर अब ना ध्यान धरो
नर हो तुम निराश ना हो
पुन: नई शुरुआत करो।
माना गम तुमको घेरे हैं
राह में घने अंधेरे हैं
चीर के तम को तुम अपना
नव दीपक ले प्रकाश करो।
बाधाएं तो आएंगी
तुम को बहुत सताएंगी
घबरा के उनसे अपना
साहस ना खोने देना।
खुद पर तुम विश्वास करो
जो बीत गई सो बात गई
उस तुम अब ध्यान ना दो
जीवन पथ पर आगे बढ़कर
लक्ष्य अपना हासिल कर लो।
आभार – नवीन पहल – २३.०७.२०२३ 🤗🤗
# आधे अधूरे मिसरे/ प्रसिद्ध
Shashank मणि Yadava 'सनम'
06-Sep-2023 05:57 PM
बेहतरीन अभिव्यक्ति
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Gunjan Kamal
23-Jul-2023 02:48 PM
👏👌
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